आज के इस पोस्ट मे मोहम्मद गोरी की जीवनी इतिहास History of Muhammad Ghori in Hindi के बारे मे जानेगे। इतिहास में कुछ लोग हमेशा याद किए जाते हैं, जब भी बात  भारतीय इतिहास में पृथ्वीराज चौहान की बात सामने आती है तो सबसे पहले मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के किस्से जरूर आते है, 

तो चलिये यहा मोहम्मद गोरी का इतिहास जीवन परिचय  युद्ध भारत पर आक्रमण और मृत्यु History of Muhammad Ghori in Hindi  Biography Jeevan Parichay Date Of Birth, Birth Place, Father, Mother,  Wife Children, Fight, Death जानेगे. 

भारतीय इतिहास में मोहम्मद गौरी की गिनती महानतम शासकों में होती है।  मोहम्मद गौरी एक निर्भीक और साहसी अफगान योद्धा था, जिसने गजनी साम्राज्य  के अधीन गोर नामक राज पर अपना सिक्का चलाया था। 

वहीं भारत में तुर्क साम्राज्य की स्थापना का श्रेय भी मोहम्मद गोरी को ही  दिया जाता है। मोहम्मद गोरी एक अपराजित विजेता और सैन्य संचालक भी था। 

मोहम्मद गौरी के बचपन का नाम शहाबुद्दीन था जिसे मुइज़ अल-दीन के नाम से भी  जाना जाता था, मुईजुद्दीन मुहम्मद बिन साम, जिसे सामान्यतया मुहम्मद गोरी  के नाम से जाना जाता है।  

सके पिता का नाम बहाउद्दीन साम था। वह ‘गोर’ प्रदेश के शंसबानी वंश से  सम्बन्धित था। ‘गोर’ राज्य गज़नी और हेरात के बीच पहाड़ियों पर स्थित था, 

जो आधुनिक अफ़गानिस्तान का पश्चिम-मध्य भाग था। 1009 ई० में गज़नी के शासक  महमूद गज़नवी ने ‘गोर’ प्रदेश पर विजय प्राप्त कर ली और इसकों अधीनस्थ  साम्राज्यवादी राज्य बना दिया। 

मुहम्मद बिन कासिम के बाद महमूद गजनवी और फिर उसके बाद मोहम्मद गोरी ने  क्रूरता के साथ भारत में लूटपाट की और आक्रमण किया। हालांकि गौरी का मकसद  भारत में मुस्लिम राज्य को स्थापित करना था। 

इसके लिए मोहम्मद गोरी ने पूरी योजना के साथ साल 1179 से 1186 के बीच पहले  पंजाब पर अपना आधिपत्य जमाया था और फिर 1179 में स्यालकोट को भी अपने अधीन  कर लिया था। 

इसके बाद अफगान शासक मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चैहान तृतीय के क्षेत्र  भटिण्डा (तबरहिन्द) पर भी जबरदस्ती अपना कब्जा जमा लिया था, जिसके चलते बाद  में चौहान वंश के शासक एवं साहसी और वीर योद्धा पृथ्वीराज चौहान और  मोहम्मद गोरी के बीच युद्ध हुआ था।